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सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
नवेद शिकोह
@naved.shikoh
आज़म से अच्छा तो सारस है, विरोध में अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस तो की है
आज़म खान के सपोर्ट में सपा अध्यक्ष उतना मुखर नहीं हुए जितना होना चाहिए था. कुछ लोग कह रहे हैं कि अखिलेश की नजर में आजम खान से ज्यादा अहमियत सारस की है. सारस के जाने पर प्रेस कांफ्रेंस की तो इसके बाद आज़म खान का दर्द भी बयां कर दिया। आज़म से अच्छा तो सारस ही है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
नवेद शिकोह
@naved.shikoh
रामपुर में हार से बौखलाए आज़म को सांत्वना देने चले जाएं अखिलेश
यूपी विधानसभा चुनाव में सपा को बीस फीसद मुस्लिम समाज का बल्क वोट मिला था. आज़म की बेचारगी को देखकर आगामी लोकसभा चुनाव में यदि मुस्लिम समाज कांग्रेस या बसपा की दावत की सुगंध की तरफ आकर्षित हो गया तो सपा के लिए पांच-सात सीटें भी जीतना मुश्किल होगा.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
अनुज शुक्ला
@anuj4media
अखिलेश यादव-जयंत चौधरी का रामपुर उपचुनाव पर 'मातम' एक बड़ी रणनीति का हिस्सा है!
हाल में हुए चुनावों के जनादेश का असर समूचे देश की राजनीति पर पड़ने जा रहा है. समाजवादी पार्टी और जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल जैसी 'सेकुलर पार्टियों' की भविष्य की कोशिश तमाम उहापोह के साथ नजर आने लगी है. कोशिश यह कि अभी मुसलमानों का वोट तो लेना है लेकिन किसी आजम खान पर निर्भर हुए बिना. आइए जनादेश को समझते हैं.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
आईचौक
@iChowk
मैनपुरी की खुशी के आगे अखिलेश यादव को रामपुर का गम कितना कम होगा?
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को सबसे ज्यादा खुशी तो मैनपुरी उपचुनाव (Mainpuri Bypoll) के नतीजे से ही मिली होगी. खतौली में गठबंधन की जीत ने भी काफी राहत दी होगी, लेकिन रामपुर की हार का भी दुख है क्या? क्योंकि वहां तो आजम खान (Azam Khan) की हार हुई है!
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
अभी तो नतीजे भी नहीं आए, फिर ईवीएम और प्रशासन को दोषी क्यों ठहराने लग पड़े हैं अखिलेश यादव
यूपी विधानसभा चुनावों के बाद समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का छोटे सियासी दलों को साथ लाने का प्रयोग विफल रहा है. इससे पहले लोकसभा चुनाव में बसपा सुप्रीमो मायावती से गठबंधन करना भी सपा को ही भारी पड़ा था. वहीं, यूपी में हालिया हुए उपचुनाव के नतीजे सपा के पक्ष में नहीं रहे हैं. जो अखिलेश यादव की राजनीति पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
योगी आदित्यनाथ को क्लीन चिट देकर अखिलेश यादव एहसान नहीं थोप सकते
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मुख्यमंत्री रहते योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के केस से जुड़ी फाइल का जिक्र किया है. ऐसा लगता है जैसे वो अब बीजेपी सरकार से आजम खान (Azam Khan) के मामले में भी ठीक वैसा ही व्यवहार चाहते हैं - लेकिन अब तो काफी देर हो चुकी है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
मैनपुरी के मैदान में डिंपल नहीं, अखिलेश यादव की राजनीति दांव पर लगी है
समाजवादी पार्टी ने मैनपुरी उपचुनाव (Mainpuri Bypoll) में ब्रह्मास्त्र उतार दिया है. कागजों में नाम तो डिंपल यादव (Dimple Yadav) का होगा, लेकिन हकीकत में लड़ाई अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ही लड़ने जा रहे हैं - नतीजा 2024 ही नहीं, यूपी में समाजवाद का भविष्य भी तय करेगा.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
2024 के सफर में उपचुनाव जनमत संग्रह तो नहीं, लेकिन राह तो सही ही दिखाते हैं
आजम खान (Azam Khan) को मिली सजा स्थगित हो गयी तो ये समाजवादी पार्टी के लिए भी बहुत बड़ी राहत होगी. हाल में हुए और 5 दिसंबर को होने जा रहे उपचुनावों के नतीजे (Bypoll Results) उसके लिए बहुत मायने रखते हैं - और अगले आम चुनाव (General election 2024) के नतीजों की तरफ इशारा करते हैं.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
अखिलेश यादव के लिए आजमगढ़ और आजम के गढ़ में बीजेपी की जीत खतरे की घंटी है
आजमगढ़ में निरहुआ (Dinesh Lal Yadav Nirahua) की जीत अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के लिए बहुत बड़ा राजनीतिक अलार्म है, लेकिन रामपुर में आजम खान (Azam Khan) की हार से राहत ही मिली होगी - और एक बार फिर साफ हो गया है कि बीजेपी के लिए मायावती कितनी अहम हैं?